यह दिशा ऊष्मा और विद्युत ऊर्जा के उत्पादन, संचरण और उपयोग के लिए इंजीनियरों को तैयार करती है; इसमें ऊष्मा स्टेशन, बॉयलर, हीटिंग, वेंटिलेशन, एयर कंडीशनिंग सिस्टम और उपकरणों के डिजाइन, संचालन और रखरखाव का अध्ययन शामिल है।
हमारे अन्य प्रशिक्षण कार्यक्रम
नमस्ते!बात करेंगे?सवाल पूछिए!मैं किसी भी प्रश्न का उत्तर दूंगा!कोई सवाल है?पूछो!सवाल बचे?मदद करने के लिए तैयार!मदद करने में खुशी होगी!मुझ पर दबाओ!